Rishton Mein Bahaar Aayi (Tips Rewind: A Tribute to Jagjit Singh)

खट्टी-मीठी ये तकरारें, मिट जानी हैं सब दीवारें
हँस के सह गए सारे मौसम, रिश्ते इनसे कभी ना हारे
खट्टी-मीठी ये तकरारें, मिट जानी हैं सब दीवारें
हँस के सह गए सारे मौसम, रिश्ते इनसे कभी ना हारे

रिश्तों में बहार आई
रिश्तों में बहार आई
बेटे रहें बेटे, कभी बिछड़े ना भाई से भाई
रिश्तों में बहार आई

खट्टी-मीठी ये तकरारें, मिट जानी हैं सब दीवारें
हँस के सह गए सारे मौसम, रिश्ते इनसे कभी ना हारे

हँसाते-रुलाते हैं ये दिल के रिश्ते सभी
लगते पराए से हैं अपने भी कभी-कभी
हँसाते-रुलाते हैं ये दिल के रिश्ते सभी
लगते पराए से हैं अपने भी कभी-कभी

इसी का नाम ज़िंदगी
है इसी का नाम ज़िंदगी
कभी रूठे, कभी माने
रिश्तों में बहार आई

रिश्तों में बहार आई (आई)
रिश्तों में बहार आई (आई)
बेटे रहें बेटे, कभी बिछड़े ना भाई से भाई
रिश्तों में बहार आई (आई)

खट्टी-मीठी ये तकरारें, मिट जानी हैं सब दीवारें
हँस के सह गए सारे मौसम, रिश्ते इनसे कभी ना हारे
खट्टी-मीठी ये तकरारें, मिट जानी हैं सब दीवारें
हँस के सह गए सारे मौसम, रिश्ते इनसे कभी ना हारे
रिश्ते इनसे कभी ना हारे, रिश्ते इनसे कभी ना हारे



Credits
Writer(s): Jagjit Singh, Shameer Tandon, Priyanka R. Bala, Naqsh Lyallpuri
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