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होश रहता है यूँ जवानी में (जवानी में)

होश रहता है यूँ जवानी में
होश रहता है यूँ जवानी में
जवानी में, जवानी में, जवानी में

जैसे काग़ज़ की नाव पानी में
जैसे काग़ज़ की नाव पानी में

होश रहता है यूँ जवानी में
होश रहता है यूँ जवानी में
जवानी में, जवानी में, जवानी में

जैसे काग़ज़ की नाव पानी में
जैसे काग़ज़ की नाव पानी में

होश मदहोश है जवानी का
जोश ख़ामोश है जवानी का
मौसमों की तरह बदल जाए
कभी बहके, कभी सँभल जाए

इसका रस्ता, ना कोई मंज़िल है
इसका तूफ़ाँ, ना कोई साहिल है
यूँ मचलती है ज़िंदगानी में

जैसे काग़ज़ की नाव पानी में
जैसे काग़ज़ की नाव पानी में

क्या अजब चीज़ है जवानी भी
छोड़ जाती नहीं निशानी भी
देखते-देखते चली जाए
ये कभी लौट कर नहीं आए

उम्र-भर साथ ये नहीं रहती
कुछ नहीं सुनती, कुछ नहीं कहती
यूँ रहे दिल की राजधानी में

जैसे काग़ज़ की नाव पानी में
जैसे काग़ज़ की नाव पानी में

होश रहता है यूँ जवानी में
होश रहता है यूँ जवानी में
जवानी में, जवानी में, जवानी में

जैसे काग़ज़ की नाव पानी में
जैसे काग़ज़ की नाव पानी में

जैसे काग़ज़ की नाव पानी में (काग़ज़ की नाव)
जैसे काग़ज़ की नाव पानी में (पानी में)



Credits
Writer(s): Rathod Roop Kumar
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