Oh Humnasheen

हर सुबह तेरे नाम की
तेरी आँखें अवध के शाम सी
तुझमें गुज़ारूँ मैं हर एक पल

हर सुबह तेरे नाम की
तेरी आँखें अवध के शाम सी
तुझमें गुज़ारूँ मैं हर एक पल

तेरे जिस्म ने पाई वो रंगत
मैंने देखी ज़मीं पर एक जन्नत
तुझमें गुज़ारूँ मैं हर एक पल

तुझे देख-देख दिन ढलता है
हर घड़ी तू मुझमें चलता है
तुझे देख-देख दिन ढलता है
हर घड़ी तू मुझमें चलता है

ओ, हम-नशीं
ओ, हम-नशीं

हर सुबह तेरे नाम की
तेरी आँखें अवध के शाम सी
तुझमें गुज़ारूँ मैं हर एक पल

ठहरा रहूँ मैं राहों में तेरी
यारा, मैं तेरी चाहतों में
Hmm, ठहरा रहूँ मैं राहों में तेरी
यारा, मैं तेरी चाहतों में

चढ़ने लगा है मुझपे रंग तेरा
शामिल हुआ तू आदतों में
शामिल हुआ तू आदतों में

तुझे देख-देख दिन ढलता है
हर घड़ी तू मुझमें चलता है
तुझे देख-देख दिन ढलता है
हर घड़ी तू मुझमें चलता है

ओ, हम-नशीं
ओ, हम-नशीं

हर सुबह तेरे नाम की
तेरी आँखें अवध के शाम सी
तुझमें गुज़ारूँ मैं हर एक पल

कई रोज़ देखा जो ख़ाब मैंने
ताबीर उसकी तू ही है
Mmm, कई रोज़ देखा जो ख़ाब मैंने
ताबीर उसकी तू ही है

हाथों की लकीरों में तू लिखा है
तक़दीर मेरी तू ही है
तक़दीर मेरी तू ही है

तुझे देख-देख दिन ढलता है
हर घड़ी तू मुझमें चलता है
तुझे देख-देख दिन ढलता है
हर घड़ी तू मुझमें चलता है

ओ, हम-नशीं
ओ, हम-नशीं

हर सुबह तेरे नाम की
तेरी आँखें अवध के शाम सी
तुझमें गुज़ारूँ मैं हर एक पल

तेरे जिस्म ने पाई वो रंगत
मैंने देखी ज़मीं पर एक जन्नत
तुझमें गुज़ारूँ मैं हर एक पल

तुझे देख-देख दिन ढलता है
हर घड़ी तू मुझमें चलता है
तुझे देख-देख दिन ढलता है
हर घड़ी तू मुझमें चलता है

ओ, हम-नशीं
ओ, हम-नशीं



Credits
Writer(s): Rashid Khan
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