Toofan

छन्नी में डाला तो कोई नहीं टिकेगा
ऐसे कायर लोगों को रखकर ये क्या कर लेगा?

हाँ, साहब, आपने सही कहा
हम कायर थे, ताक़त नहीं थी
भरोसा भी नहीं था, मौत हमारे सर पे मंडरा रही थी
लेकिन जब उसने काली माँ के सामने उस राक्षस का सर धड़ से अलग किया ना...

(समुंदर में लहर उठी है, ज़िद्दी-ज़िद्दी है तूफ़ान)
उस दिन बहुत सालों बाद हम मौत के सर पर नाचे
(चट्टानें भी काँप रहीं है, ज़िद्दी-ज़िद्दी है तूफ़ान)
उसकी तलवार की रफ़्तार से एक हवा पैदा हुई, साहब (ज़िद्दी है, ज़िद्दी है तूफ़ान)
तो उस हवा ने Narachi के हर एक को साँसें दे दी
एक सलाह देता हूँ, आप उसके ख़िलाफ़ जाने की ज़ुर्रत मत करना, साहब

तू क्या? मैं क्या? हट जा, हट जा

तूफ़ान-तूफ़ान, खड़ा सीना ठोक कर टक्कर से
तूफ़ान-तूफ़ान, उड़े धूम-धाम, भिड़े पत्थर से
तूफ़ान-तूफ़ान, एक लहर फूटे-फटे भीतर से
तूफ़ान-तूफ़ान, उठे ज्वार भाँट के समुंदर से

सर करके जंग, ७२ सर को उड़ा दे धड़ से रे
कर करके वार, निहत्थ तलवार, खड़ा है देख रे

Oh, Rocky! oh, Rocky!
Oh, Rocky, Rocky, Rocky
Oh, Rocky! oh, Rocky!
Oh, Rocky, Rocky, Rocky

Hey, घिर-घिर के तड़िका छत्तर से ज़ोर-ज़ोर खड़-खड़के रे
थर-थरके, आग भर-भरके नस-नस में ज्वाला भड़के रे

Hey, Rock, Rock, Rocky!
Rock, Rock, Rocky, Rocky!
Rock, Rock, Rocky!
Rock, Rock, Rocky!

पलकों से आँसू गिरे, काली घटा ये छटी
जलते रहे अरमाँ सभी, तुझसे ही ठंडक पड़ी

ज़ालिम ख़ुद को ख़ुदा समझ बैठे थे
इसके एक वार से सब कबर में लेटे हैं
जीतना चाहे तू मुड़के के देख ले, हर एक युग में राजा है वो
शूर धरोहर पास है उसके

तू क्या? मैं क्या? हट जा, हट जा

तूफ़ान-तूफ़ान, खड़ा सीना ठोक कर टक्कर से
तूफ़ान-तूफ़ान, उड़े धूम-धाम, भिड़े पत्थर से
तूफ़ान-तूफ़ान, एक लहर फूटे-फटे भीतर से
तूफ़ान-तूफ़ान, उठे ज्वार भाँट के समुंदर से



Credits
Writer(s): Ravi Basrur, Shabbir Ahmed
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