Dhokebaaz

ओ, हम बड़े थे मासूम, बेलिहाज़ बन गए
हम बड़े थे मासूम, बेलिहाज़ बन गए

ओ, हम बड़े थे मासूम, बेलिहाज़ बन गए
हम बड़े थे मासूम, बेलिहाज़ बन गए

हो, धोखेबाज़ों में रह-रह के धोखेबाज़ बन गए
हो, धोखेबाज़ों में रह-रह के धोखेबाज़ बन गए
हो, धोखेबाज़ों में रह-रह के धोखेबाज़ बन गए
ओ, हम बड़े थे मासूम

अरे, कोई नहीं इस दुनिया में दिल जिसने अपना तोड़ा नहीं
हमें ग़ैरों ने भी लूटा है और अपनों ने भी छोड़ा नहीं
अरे, कोई नहीं इस दुनिया में दिल जिसने अपना तोड़ा नहीं
हमें ग़ैरों ने भी लूटा है और अपनों ने भी छोड़ा नहीं
(अपनों ने भी छोड़ा नहीं)

हम लोगों के लिए तो स्वाद बन गए
हम लोगों के लिए तो स्वाद बन गए

हो, धोखेबाज़ों में रह-रह के धोखेबाज़ बन गए
हो, धोखेबाज़ों में रह-रह के धोखेबाज़ बन गए
हो, धोखेबाज़ों में रह-रह के धोखेबाज़ बन गए
ओ, हम बड़े थे मासूम

हो, जन्नत में रहने वालों के (वालों के, वालों के)
जहन्नम में सवेरे हैं (सवेरे हैं, सवेरे हैं)
हो, मैंने रंग बदलने सीख लिए, अब मेरे भी लाखों चेहरे हैं

जन्नत में रहने वालों के जहन्नम में सवेरे हैं
मैंने रंग बदलने सीख लिए, अब मेरे भी लाखों चेहरे हैं
(मेरे भी लाखों चेहरे हैं)

वो हम कल नहीं थे जो आज बन गए
हाय, मेरी इज़्ज़त पे, Jaani जी, दाग़ बन गए

हो, धोखेबाज़ों में रह-रह के धोखेबाज़ बन गए
हो, धोखेबाज़ों में रह-रह के धोखेबाज़ बन गए
ओ, हम बड़े थे मासूम



Credits
Writer(s): Rajiv Kumar Girdher
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