Saasein Thami Hai (From "Damned Graveyard")

साँसें थमी हैं, धड़कन रुकी है
ज़िंदा हूँ कैसे, पता नहीं
आएगा कौन, ले जाएगा कौन
इसका तो मुझको पता नहीं

दिन के उजाले और रात के अँधेरे ने आँख-मिचौली खेली
छुप गए हैं ना जाने कहाँ बनके पहेली

साँसें थमी हैं, धड़कन रुकी है
ज़िंदा हूँ कैसे, पता नहीं
आएगा कौन, ले जाएगा कौन
इसका तो मुझको पता नहीं

दिन के उजाले और रात के अँधेरे ने आँख-मिचौली खेली
छुप गए हैं ना जाने कहाँ बनके पहेली

Mmm, नींदें कहाँ हैं, ख़ाब कहाँ हैं
ख़्यालों की बातें हैं दूर
कसमसाऊँ, समझ ना पाऊँ
मैं क्यूँ इतनी मजबूर

मैं कहाँ हूँ, कोई बता दे
दिल के ज़ख़म कोई मुझको दिखा दे
क्या सबकुछ वही है जो पहले था
फिर यादें बनी क्यूँ सहेली?

साँसें थमी हैं, धड़कन रुकी है
ज़िंदा हूँ कैसे, पता नहीं
आएगा कौन, ले जाएगा कौन
इसका तो मुझको पता नहीं

दिन के उजाले और रात के अँधेरे ने आँख-मिचौली खेली
छुप गए हैं ना जाने कहाँ बनके पहेली

कितनी है मुश्किल, है कितनी आसाँ सवालों में उलझी रिहाई
रोती ही जाऊँ, मैं किसको बताऊँ? कहाँ है ख़ुदा की ख़ुदाई?
मेरी नसीबा है ऐसे टूटा, सारा जहाँ है मुझसे रूठा
कोई नहीं है अब मेरा, कब से पड़ी हूँ अकेली

साँसें थमी हैं, धड़कन रुकी है
ज़िंदा हूँ कैसे, पता नहीं
आएगा कौन, ले जाएगा कौन
इसका तो मुझको पता नहीं

दिन के उजाले और रात के अँधेरे ने आँख-मिचौली खेली
छुप गए हैं ना जाने कहाँ बनके पहेली



Credits
Writer(s): Raj Sen
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link