Akela Hoon Main Is Duniya Men

अकेला हूँ मैं इस दुनिया में
कोई साथी है तो मेरा साया
अकेला हूँ मैं इस दुनिया में
कोई साथी है तो मेरा साया
अकेला हूँ मैं...

ना तो परवाना और ना दीवाना मैं किसी महफ़िल का
सूनी-सूनी राहें थामती हैं बाँहें, ग़म किसे मंज़िल का
ना तो परवाना और ना दीवाना मैं किसी महफ़िल का
सूनी-सूनी राहें थामती हैं बाँहें, ग़म किसे मंज़िल का

मैं तो हूँ राही दिल का
हाए, साथी है तो मेरा साया
अकेला हूँ मैं इस दुनिया में
कोई साथी है तो मेरा साया
अकेला हूँ मैं...

जैसे कभी प्यारे झील के किनारे हंस अकेला निकले
वैसे ही देखो जी, ये मनमौजी, मौजों के सीने पे चले
होए, जैसे कभी प्यारे झील के किनारे हंस अकेला निकले
वैसे ही देखो जी, ये मनमौजी, मौजों के सीने पे चले

चाँद-सितारों के तले
साथी है तो मेरा साया
अकेला हूँ मैं इस दुनिया में
कोई साथी है तो मेरा साया
अकेला हूँ मैं...



Credits
Writer(s): Majrooh Sultanpuri, S.d. Burman
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