Mere Sab Kuchh Mere

मेरा सब कुछ मेरे गीत रे
गीत बिना कौन मेरा मीत रे
मीत संग छोड़े तो छोड़ दे
मैं ना तोड़ूँ प्रीत की रीत रे
मेरा सब कुछ मेरे गीत रे
गीत बिना कौन मेरा मीत रे

ज्योत दिए में टिमटिमाए तो क्या?
मौत सुरों को भी आ जाए तो क्या?
ज्योत दिए में टिमटिमाए तो क्या?
मौत सुरों को भी आ जाए तो क्या?

फिर भी अमर है संगीत रे
गीत बिना कौन मेरा मीत रे
मेरा सब कुछ मेरे गीत रे
गीत बिना कौन मेरा मीत रे

दो दिन जुदाई हुई, मेल हुआ
जीवन हुआ कि कोई खेल हुआ?
दो दिन जुदाई हुई, मेल हुआ
जीवन हुआ कि कोई खेल हुआ?

कोई हारा, कोई गया जीत रे
गीत बिना कौन मेरा मीत रे
मेरा सब कुछ मेरे गीत रे
गीत बिना कौन मेरा मीत रे

इस गीत के बाद कहने के लिए कुछ बचता ही नहीं
मैंने तो हमेशा अपने जीवन की हर बात
अपने गीतों के ज़रिए ही आप तक पहुँचाई है
आपने उन्हें सुना, सराहा और जो प्यार मुझे दिया
उसके लिए मैं आपको बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूँ



Credits
Writer(s): S.d. Burman, Anand Bakshi
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