Ishq Badhta Gaya

धीरे-धीरे मेरा इश्क़ बढ़ता गया
और मुझसे कहा ना गया
मैं तेरा हो गया, क्या से क्या हो गया
और मुझको पता ना चला

दिल को कौन अब समझाए, तेरे पीछे-पीछे जाए
नाम तेरे लिखी हर ख़ुशी
धड़कन साँस रुक जाए, जब तू सामने आ जाए
मेरी समझो ज़रा बेबसी

धीरे-धीरे मेरा इश्क़ बढ़ता गया
और मुझसे कहा ना गया
मैं तेरा हो गया, क्या से क्या हो गया
और मुझको पता ना चला

मेरे शाम-ओ-सहर तेरे दिल के शहर
में ही गुज़रें, दुआ है मेरी
बात ये जान लो, चाहे जो कुछ भी हो
जान तुझमें बसी है मेरी

आधी रात को जग जाए, जब तू ख़्वाब में ना आए
मेरी समझो ज़रा बेबसी
दिल को कौन अब समझाए, तेरे पीछे-पीछे जाए
नाम तेरे लिखी हर ख़ुशी

धीरे-धीरे मेरा इश्क़ बढ़ता गया
और मुझसे कहा ना गया
मैं तेरा हो गया, क्या से क्या हो गया
और मुझको पता ना चला

दिल को कौन अब समझाए, तेरे पीछे-पीछे जाए
नाम तेरे लिखी हर ख़ुशी
धड़कन साँस रुक जाए, जब तू सामने आ जाए
मेरी समझो ज़रा बेबसी



Credits
Writer(s): Jeet Gannguli, Rashmi Virag
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