Hum Teri Mohabbat Me

हम तेरी मोहब्बत में यूँ पागल रहते हैं
हम तेरी मोहब्बत में यूँ पागल रहते हैं
दीवाने भी अब हम को "दीवाना" कहते हैं

हम तेरी मोहब्बत में यूँ पागल रहते हैं
हम तेरी मोहब्बत में यूँ पागल रहते हैं
दीवाने भी अब हम को "दीवाना" कहते हैं

जब तेरे ख़यालों में गुमसुम हो जाते हैं
कोई नाम मेरा पूछे, तेरा नाम बताते हैं
तारों को गिन-गिन के कटती हैं मेरी रातें
दीवारों से अक्सर करते हैं तेरी बातें

हम तेरी मोहब्बत में यूँ पागल रहते हैं
दीवाने भी अब हम को "दीवाना" कहते हैं
हम तेरी मोहब्बत में यूँ पागल रहते हैं
दीवाने भी अब हम को "दीवाना" कहते हैं

सपने हैं बस तेरे जागी सी आँखों में
खुशबू है तेरी ही इन महकी साँसों में
दुनिया से चुरा के तुझे इस दिल में बसाया है
हाथों की लकीरों में तुझे ला के सजाया है

हम तेरी मोहब्बत में यूँ पागल रहते हैं
दीवाने भी अब हम को "दीवाना" कहते हैं
हम तेरी मोहब्बत में यूँ पागल रहते हैं
दीवाने भी अब हम को "दीवाना" कहते हैं

दिल जब से लगाया है, नहीं लगता कहीं भी दिल
कोई इतना बताए तो ये प्यार है क्यूँ मुश्किल?
ये हसरत है मुझ को, अब होश नहीं आए
आए तो तभी आए, जब सामने तू आए

हम तेरी मोहब्बत में यूँ पागल रहते हैं
दीवाने भी अब हम को "दीवाना" कहते हैं
हम तेरी मोहब्बत में यूँ पागल रहते हैं
दीवाने भी अब हम को "दीवाना" कहते हैं



Credits
Writer(s): Anu Malik, Rani Malik
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