Narayan Dhun

करार विन्दे न पादारविन्दं
मुखार विन्दे विनवे शयन्तम्
वटस्य पत्रस्य पुटे शयानम्
बालं मुकुन्दंमनसा स्मरामि

श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
(श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि)
सत्य नारायण नारायण हरि हरि
(सत्य नारायण नारायण हरि हरि)

श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
(श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि)
सत्य नारायण नारायण हरि हरि
(सत्य नारायण नारायण हरि हरि)

लक्ष्मी नारायण नारायण हरि हरि
(लक्ष्मी नारायण नारायण हरि हरि)
लक्ष्मी नारायण नारायण हरि हरि
(लक्ष्मी नारायण नारायण हरि हरि)

श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
(श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि)
सत्य नारायण नारायण हरि हरि
(सत्य नारायण नारायण हरि हरि)

शुक्रांपरधरम् विष्णुम् शशिवर्डम् चतुर्भुजम्
प्रसन्नवदनम् ध्याये सर्वविघ्नोप शांतये

श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
(श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि)
सत्य नारायण नारायण हरि हरि
(सत्य नारायण नारायण हरि हरि)

शान्ताकारं भुजंगशयनं पद्मनाभं सुरेशं
विश्वाधारं गगन सदृशं मेघवर्ण शुभांगम्
लक्ष्मीकांत कमलनयनं योगिभिर्ध्यानगम्यं
वन्दे विष्णु भवभयहरं सर्व लौकेक नाथम्

श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
(श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि)
सत्य नारायण नारायण हरि हरि
(सत्य नारायण नारायण हरि हरि)

मंगलम् भगवान विष्णु मंगलम् गरुड़ ध्वज
मंगलम् पुंडरीकाक्ष मंगलाय तनो हरी

श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
(श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि)
सत्य नारायण नारायण हरि हरि
(सत्य नारायण नारायण हरि हरि)

लक्ष्मी नारायण नारायण हरि हरि
(लक्ष्मी नारायण नारायण हरि हरि)
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
(श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि)

श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
(श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि)
सत्य नारायण नारायण हरि हरि
(सत्य नारायण नारायण हरि हरि)

लक्ष्मी नारायण नारायण हरि हरि
(लक्ष्मी नारायण नारायण हरि हरि)
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
(श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि)
सत्य नारायण नारायण हरि हरि
(सत्य नारायण नारायण हरि हरि)

त्वमेव माता च पिता त्वमेव
त्वमेव बन्धुश्च सखा त्वमेव
त्वमेव विद्या द्रविणं त्वमेव
त्वमेव सर्वम् मम देवदेव

(श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि)
(सत्य नारायण नारायण हरि हरि)
(लक्ष्मी नारायण नारायण हरि हरि)



Credits
Writer(s): Traditional, Lalitya Munshaw
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link