Hum Kahe Na Kahe - Jhankar Beats

हम कहें ना कहें इस ज़ुबाँ से
बात होंठों पे रुकती नहीं
फ़र्क़ पड़ता है क्या "हाँ" से, "ना" से?
ये नज़र यूँ ही झुकती नहीं

साफ़ ज़ाहिर है, दोनों तरफ़ से
ये मोहब्बत तो छुपती नहीं
साफ़ ज़ाहिर है, दोनों तरफ़ से
ये मोहब्बत तो छुपती नहीं

हम कहें ना कहें इस ज़ुबाँ से
बात होंठों पे रुकती नहीं
फ़र्क़ पड़ता है क्या "हाँ" से, "ना" से?
ये नज़र यूँ ही झुकती नहीं

साफ़ ज़ाहिर है, दोनों तरफ़ से
ये मोहब्बत तो छुपती नहीं
साफ़ ज़ाहिर है, दोनों तरफ़ से
ये मोहब्बत तो छुपती नहीं

पहले नज़रें मिली, फिर मिले दिल
अब हमारी मुलाक़ात है
लोग बदनाम हमको ना कर दें
सोचने की यही बात है

लोग कुछ भी कहें, ये मोहब्बत
बात लोगों की सुनती नहीं
फ़र्क़ पड़ता है क्या "हाँ" से, "ना" से?
ये नज़र यूँ ही झुकती नहीं

साफ़ ज़ाहिर है, दोनों तरफ़ से
ये मोहब्बत तो छुपती नहीं

हम कहें ना कहें इस ज़ुबाँ से
बात होंठों पे रुकती नहीं
फ़र्क़ पड़ता है क्या "हाँ" से, "ना" से?
ये नज़र यूँ ही झुकती नहीं

साफ़ ज़ाहिर है, दोनों तरफ़ से
ये मोहब्बत तो छुपती नहीं

दिल है ये, कोई मौसम नहीं है
एक दिन जो बदल जाएगा
प्यार है, कोई काँटा नहीं है
लग गया जो निकल जाएगा

जब तलक जान जी से ना निकले
ये मोहब्बत निकलती नहीं
फ़र्क़ पड़ता है क्या "हाँ" से, "ना" से?
ये नज़र यूँ ही झुकती नहीं

साफ़ ज़ाहिर है, दोनों तरफ़ से
ये मोहब्बत तो छुपती नहीं

हम कहें ना कहें इस ज़ुबाँ से
बात होंठों पे रुकती नहीं
फ़र्क़ पड़ता है क्या "हाँ" से, "ना" से?
ये नज़र यूँ ही झुकती नहीं

साफ़ ज़ाहिर है, दोनों तरफ़ से
ये मोहब्बत तो छुपती नहीं
साफ़ ज़ाहिर है, दोनों तरफ़ से
ये मोहब्बत तो छुपती नहीं



Credits
Writer(s): Anand Bakshi, Anu Malik
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