Raat Kali Ek Khwab Mein Aai - Lofi

चाहे कहो इसे मेरी मोहब्बत, चाहे हँसी में उड़ा दो
चाहे कहो इसे मेरी मोहब्बत, चाहे हँसी में उड़ा दो
ये क्या हुआ मुझे, मुझको ख़बर नहीं, हो सके तुम्हीं बता दो

रात कली एक ख़्वाब में आई और गले का हार हुई
रात कली एक ख़्वाब में आई और गले का हार हुई

आँखों में काजल और लटों में काली घटा का बसेरा
साँवली सूरत, मोहनी मूरत, सावन रुत का सवेरा

जब से ये मुखड़ा दिल में खिला है, दुनिया मेरी गुलज़ार हुई
रात कली एक ख़्वाब में आई और गले का हार हुई
सुब्ह को जब हम नींद से जागे, आँख तुम्हीं से चार हुई



Credits
Writer(s): Majrooh Sultanpuri, R D Burman
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