Bawra Mann

इंतज़ारी नज़रों की
बेकरारी है धड़कनों की
इंतज़ारी नज़रों की
बेकरारी है धड़कनों की

वो खालिश है फिज़ाओं में
कहती हवाएं इशारों में
सूनी डगर में, सूनी राहों में
दिन के उजालों में, रातों में
उड़ चला तेरे संग
तेरे हवाले है अब ये सनम

बावरा मन, बावरा मन
बावरा मन, बावरा मन
जा रहा होके सवार जैसे पवन
गा रहा है जैसे कहीं कोई गज़ल कोई नज़्म
बावरा मन, बावरा मन
बावरा मन

बावरा मन, बावरा मन
बावरा मन, बावरा मन
जा रहा होके सवार जैसे पवन
गा रहा है जैसे कहीं कोई गज़ल कोई नज़्म
बावरा मन, बावरा मन
बावरा मन

कह रही थी वो सभी
खामोशियां कुछ कहानी
सह रही थी हर घड़ी
कुछ तो सितम ये जवानी

फूलों में, गुलशन में, तन्हा से मौसम में
तन्हाई का था ये आलम
अब जो सफर बीते तेरे ही संग बीते
गुज़रे मेरे ऐ सनम

बावरा मन, बावरा मन
बावरा मन, बावरा मन
जा रहा होके सवार जैसे पवन
गा रहा है जैसे कहीं कोई गज़ल कोई नज़्म
बावरा मन, बावरा मन
बावरा मन

ला ला ला ला
बावरा मन, बावरा मन
बावरा मन, बावरा मन
जा रहा होके सवार जैसे पवन
गा रहा है जैसे कहीं कोई गज़ल कोई नज़्म
बावरा मन, बावरा मन
बावरा मन



Credits
Writer(s): Param Bhagat, Rutesh Patel
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