Chhath Ke Baratiya

जानी ना छठ के बरतिया
जानी ला महिमा तोहार
जानी ला महिमा तोहार

सब के पुरावेलु मनसा
सुनिहऽ अरज हमार
सुनिहऽ अरज हमार

मतिया फिराए देहु, करम के गतिया
रोग, शोक, दुखवा, मिटाई के सुगतिया
...मिटाई के सुगतिया

निर्मल काया, छठी मइया
सेवका माँगेला तोहार
सेवका माँगेला तोहार

हित ना लउके केहु, दुखवा ना बाँटे
करीलें अरज छठी मइया के घाटे
...मइया के घाटे

तोहरी बरत, छठी मइया
दीहीं सुखी परिवार
दीहीं सुखी परिवार

रोगी निरोगी भइले, बाझ पउली पुतवा
तोहरे बरतिया से पावे सब सुखवा
...पावे सब सुखवा

हमरा के दीहऽ, छठी मइया
मन के सरधा अपार
मन के सरधा अपार

चरण-शरण देके, मइया, अपनइहऽ
पाप-ताप काटी, मइया, हमके जुड़इहऽ
...हमके जुड़इहऽ

गलती के माफी दियइहऽ
भइले गलती हजार
भइले गलती हजार

जानी ना छठ के बरतिया
जानी ला महिमा तोहार
जानी ला महिमा तोहार

सब के पुरावेलु मनसा
सुनिहऽ अरज हमार
सुनिहऽ अरज हमार



Credits
Writer(s): Hriday Narayan Jha, Sharda Sinha
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