Maang Loon

दिल से उठा झोंका तुझ तक जा पहुँचा
उड़ता चला, दिल उड़ता चला ऊँचा
प्यार की कुछ बूँदें तेरी किरण ढूँढें
तुझमें समा के पलकों को मूँदें

ख़ुशबू को दे हवा, उड़ने का रास्ता
लफ़्ज़ों को मेरे दे-दे ना यूँ ही रवानियाँ
तुमको चुरा लूँ मैं, दिल में रचा लूँ मैं
कहानियाँ, जानियाँ वे

माँग लूँ, माँग लूँ
तुझसे तुझे, तुझसे तुझे माँग लूँ
माँग लूँ, माँग लूँ
तुझसे तुझे, तुझसे तुझे माँग लूँ

धीमे-धीमे क़दमों से चल के, चढ़े ये नशा हल्के-हल्के
तुझमें समाऊँ, बल-बल तुझमें मैं जाऊँ
ख़ुद को तराशूँ जैसे मैं, तुझमें ही ढल जाऊँ ऐसे मैं
तेरे संग अपना हर एक सपना सजाऊँ

कैसे-क्यूँ हुआ पता भी ना चला
दिल करने लगा है ये कैसी बेइमानियाँ?
तुमको चुरा लूँ मैं, दिल में रचा लूँ मैं
कहानियाँ, जानियाँ वे

माँग लूँ, माँग लूँ
तुझसे तुझे, तुझसे तुझे माँग लूँ
माँग लूँ, माँग लूँ
तुझसे तुझे, रब से तुझे माँग लूँ



Credits
Writer(s): Romy, Kabul Bukhari
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