Aadha Main Aadhi Vo (The Soul Of Bholaa) [From "Bholaa"]

लश्कर एहसास का सामने है
अक्सर मेरी नाव दिल से बने है
उल्टी-सीधी बातें दिल कहता हो
उल्टी-सीधी बातें दिल कहता हो

अपने हालात की है ये कहानी
और भला क्या है ये ज़िंदगानी?
दिल दुविधा में अक्सर क्यूँ रहता हो?
दिल दुविधा में अक्सर क्यूँ रहता हो?

आधा मैं, आधी वो, टुकड़े दो हम
आधा मैं, आधी वो, टुकड़े दो हम
आधा मैं, आधी वो, टुकड़े दो हम
आधा मैं, आधी वो, टुकड़े दो हम

जब लगता है हँसने वाली है
तब-तब ही ये रूठी है
तेरी-मेरी, यार, ज़िंदगी
शायद छोटी बच्ची है
जिसको गले लगाया
जिसको गले लगाया

आधा मैं, आधी वो, टुकड़े दो हम
आधा मैं, आधी वो, टुकड़े दो हम
आधा मैं, आधी वो, टुकड़े दो हम
आधा मैं, आधी वो, टुकड़े दो हम

मैंने साँसों की नज़रें उतारी
लेकर कुछ ज़िंदगानी रब से उधारी
हम दोनों जी लेंगे और ज़रा, हो
हम दोनों जी लेंगे और ज़रा, हो

ले ली दुनिया से फ़ुर्सत भी सारी
तेरी-मेरी है बस अब तो बारी
ख़्वाबों से खेलेंगे और ज़रा, हो
ख़्वाबों से खेलेंगे और ज़रा, हो

आधा मैं, आधी वो, टुकड़े दो हम
आधा मैं, आधी वो, टुकड़े दो हम
आधा मैं, आधी वो, टुकड़े दो हम
आधा मैं, आधी वो, टुकड़े दो हम



Credits
Writer(s): Irshad Kamil, Ravi Basrur
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