Befikriyan

मत सोच कल की
है शाम ढलती
मुट्ठी में भर ले
खुशियाँ वो जो कल थीं

ओ बेफ़िक्रियाँ, मनमानियाँ
करता है दिल तो करने दे
कुछ मस्तियाँ, मनमर्ज़ियाँ
होते हैं तो हो जाने दे

हाँ, बस यही है ज़िन्दगी
हाँ, बस यही है ज़िन्दगी

पल सारे चल जी लें खुलके ख़ुशियों से मिलके ज़रा
ग़म जितने भी आएँ हवा में उड़ा देना सारा
पल सारे चल जी लें खुलके ख़ुशियों से मिलके ज़रा
ग़म जितने भी आएँ हवा में उड़ा देना सारा

हर लम्हा खुश होके गुज़रे, जो चाहे वो हम करें
हर मंज़िल है अपनी सफ़र का, मज़ा लेना यारा

हाँ, जीना है बस आज ही
क्यूँ कल की करें बात भी?
बस ख़्वाबों की ऊँगली पकड़के तू उड़ जा ज़रा

कुछ गलतियाँ, अरतंगियाँ
करता है दिल तो करने दे
कुछ मस्तियाँ, मनमर्ज़ियाँ
होते हैं तो हो जाने दे

हाँ, बस यही है ज़िन्दगी
हाँ, बस यही है ज़िन्दगी

(हाँ, बस यही है)
हाँ, बस यही है ज़िन्दगी



Credits
Writer(s): Azeem Shirazi, Sandeep Batraa
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link