Makhmali (From "Samrat Prithviraj")

पहली दफ़ा जो मिली है
ये शाम है बावली सी
तू साथ है तो, पिया जी
रेतें भी हैं मख़मली सी

ओ, पहली दफ़ा जो मिली है
ये शाम है बावली सी
तू साथ है तो, पिया जी
रेतें भी हैं मख़मली सी

तस्वीर से बाहर तू यूँ आया है
तू यूँ आया तस्वीर से बाहर सामने
ये अंबर, नदिया, सब मन की गलियाँ
हाँ, अंबर, नदिया, मन की गलियाँ सब हो गए

मख़मली, मख़मली, प्यार तेरा मख़मली
मख़मली, मख़मली, प्यार तेरा मख़मली
साँवरे, तेरा साथ है संदली

हो, तालरिया मगरिया रे

तेरे संग हैं जुगनूँ भी तारे
तेरे संग मीठे कुएँ सारे
तेरे संग हमने जो माँगा रे
सब ही मुक़म्मल हुआ

ओ, तेरे रास्ते पे जो चले हैं
तेरी आदतों में यूँ ढले हैं
तेरे संग हैं तो हम भले हैं
ये हमको हासिल हुआ

मैं प्रेम की छाया, तू पूरी काया
हम छाया-काया एक-दूजे में खो गए
तेरी साँस की दस्तक से जान की हद तक
हाँ, साँस से लेकर जान की हद तक हम हो गए

मख़मली (मख़मली), मख़मली (मख़मली)
प्यार तेरा मख़मली
मख़मली, मख़मली, प्यार तेरा मख़मली

मख़मली, (प्यार तेरा मख़मली)



Credits
Writer(s): Shankar Ehsaan Loy
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