Tum Saath Ho Jab Apne - From "Kaalia"

हो, तुम साथ हो जब अपने, दुनिया को दिखा देंगे
हम मौत को जीने के अंदाज़ सिखा देंगे
तुम साथ हो जब अपने, दुनिया को दिखा देंगे
हम मौत को जीने के अंदाज़ सिखा देंगे

माना कि अँधेरों के गहरे हैं बहुत साए
अरे, माना कि अँधेरों के गहरे हैं बहुत साए
पर ग़म है यहाँ किसको, आती है तो रात आए

हम रात के सीने में एक शम्मा जला देंगे
तुम साथ हो जब अपने, दुनिया को दिखा देंगे
हम मौत को जीने के अंदाज़ सिखा देंगे

हम तो हैं दिल वाले, ख़ंजर से नहीं मरते
अरे, हम तो हैं दिल वाले, ख़ंजर से नहीं मरते
हम ज़ुल्फ़ों के क़ैदी हैं, सूली से नहीं डरते

सूली को भी ज़ुल्फ़ों की ज़ंजीर बना देंगे
तुम साथ हो जब अपने, दुनिया को दिखा देंगे
हम मौत को जीने के अंदाज़ सिखा देंगे

ऐ अहल-ए-जहाँ, तुमको नफ़रत की है बीमारी
ऐ अहल-ए-जहाँ, तुमको नफ़रत की है बीमारी
भड़काया करो शोले, फेंका करो चिंगारी

हम प्यार की शबनम से हर आग बुझा देंगे
तुम साथ हो जब अपने, दुनिया को दिखा देंगे
हम मौत को जीने के अंदाज़ सिखा देंगे

हाँ, तुम साथ हो जब अपने, दुनिया को दिखा देंगे
हम मौत को जीने के अंदाज़ सिखा देंगे



Credits
Writer(s): R. D. Burman, Majrooh Sultanpuri
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