Kismat - Radio Edit

कैसे बताऊँ दिल की बातें तुझे
जब खुदको मैं कह ना भी सकूँ?
तक़दीरों में मिलने की उम्मीद नहीं है
किसी और का हूँ मैं, कहीं और की हो तुम

जी करे कि मैं तुझे भूल जाऊँ
पर ये तो होने देगी तू नहीं
ये ज़माना भी ऐसा बन चुका है ना!
बिना चोट लगाये कैसे प्यार करें हम?

मैं खुश हूँ, तू खुश है फिर भी
हम दोनों क्यूँ ढूँढे अलग एक ज़िन्दगी
जहाँ मैं तेरा, जहाँ तू मेरी?
ये किस्मत में है ही नहीं

ये कुछ दिन की बात है फिर भी
ये रातें अब कटती नहीं
जो दिल में मेरे, दिल में ही रहे
तू किस्मत में है ही नहीं
तू किस्मत में है ही नहीं



Credits
Writer(s): Arjun Kanungo
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