Phool Ye Kahan Se (From "Kaash")

फूल यह कहाँ से आये हैं बोलू
फल यह कहाँ से आये हैं बोलू
पेड़ यह कहाँ से आये हैं
ओ सुन मेरे बेटे, जहां वाले ने
सब कुछ हैं बनाया जादू से
कमाल हैं daddy जहां वाले ने
क्या खूब बनाया जादू से

फूल यह कहाँ से आये हैं बोलू
फल यह कहाँ से आये हैं बोलू
पेड़ यह कहाँ से आये हैं
ओ सुन मेरे बेटे जहां वाले ने
सब कुछ हैं बनाया जादू से
कमाल हैं daddy जहां वाले ने
क्या खूब बनाया जादू से

पानी है नदी में नदी दरिया
में दरिया सागर में
मीठा मीठा पानी बन जाए खारा जाके समुन्दर में

पानी हैं नदी में नदी दरिया में दरिया सागर में
मीठा मीठा पानी बन जाए खारा जाके समुन्दर में
पानी कैसे बने खारा बोलू
यह कौन करे सारा बोलो
है काम बड़ा न्यारा
यह सुन मेरे बेटे जहां वाले ने
सब कुछ है छुपाये जादू से
कमाल है daddy जहां वाले ने
क्या खूब छुपाया जादू से

रंगोंवाली तितली पंखों वाले पंछी अच्छे लगते हैं
बाग़ में चमन में सुने सुने बन में उड़ाते फिरते हैं

रंगोंवाली तितली पंखों वाले पंछी अच्छे लगते हैं
बाग़ में चमन में सुने
सुने बन में उड़ाते फिरते हैं

यह कैसे उड़ते हैं बोलू
हवा में रहते हैं बोलू
यह क्यों नहीं गिरते हैं
ए सुन मेरे बेटे जहां वाले ने
सबको हैं उड़ाया जादू से

कमाल है डैडी जहां वाले ने
क्या खूब उड़ाया जादू से

चाँद और सूरज आसमान पे रहकर कभी न निकले साथ
दिन में चमकता गोल गोल सूरज चाँद को भाये रात

चाँद और सूरज आसमान पे रहकर कभी न निकले साथ
दिन में चमकता गोल गोल सूरज चाँद को भाये रात
यह दिन क्या होता हैं बोलू
यह रात क्या होती हैं बोलू
यह शाम क्यों होती हैं
ए सुन मेरे बेटे जहां वाले ने
सब कुछ हैं रचाया जादू से
कमाल हैं डैडी जहां वाले ने
क्या खूब रचाया जादू से

फूल यह कहाँ से आया हैं बोलू
फल यह कहाँ से आये हैं बोलू
पेड़ यह कहाँ से आये हैं



Credits
Writer(s): Farooq Qaiser, Nagrath Rajesh Roshan
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link