Betaab Dil Ki Tamanna Yehi Hai (From "Hanste Zakhm")

बेताब दिल की तमन्ना यही है
तुम्हें चाहेंगे तुम्हें पूजेंगे
तुम्हें अपना ख़ुदा बनाएँगे, ...
बेताब दिल की तमन्ना यही है

सूने सूने ख़्वाबों में जब तक तुम न आये थे
ख़ुशियाँ थीं सब औरों की, ग़म भी सारे पराये थे
अपने से भी छुपाई थी धड़कन अपने सीने की
हम को जीना पड़ता था, ख़्वाहिश कब थी जीने की
अब जो आके तुम ने हमें जीना सिखा लिया है
चलो दुनिया नई बसाएँगे, ...
बेताब दिल की तमन्ना यही है

भीगी भीगी पलकों पर सपने इतने सजाए हैं
दिल में जितना अँधेरा था, उतने उजाले आए हैं
तुम भी हम को जगाना ना, बाहों में जो सो जाएँ
जैसे ख़ुश्बू फूलों में तुम में यूँ ही खो जाएँ
पल भर किसी जनम में कभी छूटे ना साथ अपना
तुम्हें ऐसे गले लगाएँगे,
बेताब दिल की तमन्ना यही है

वादे भी हैं, क़समें भी, बीता वक़्त इशारों का
कैसे कैसे अरमाँ हैं, मेला जैसे बहारों का
सारा गुलशन दे डाला, कलियाँ और खिलाओ ना
हँसते हँसते रो दें हम, इतना भी तो हँसाओ ना
दिल में तुम्हीं बसे हो, रहा आँचल वो भर चुका है
कहाँ इतनी ख़ुशी छुपाएँगे,
बेताब दिल की तमन्ना यही है
तुम्हें चाहेंगे तुम्हें पूजेंगे
तुम्हें अपना ख़ुदा बनाएँगे, ...
बेताब दिल की तमन्ना यही है



Credits
Writer(s): Madan Mohan, Kaifi Azmi
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