Bunty Aur Babli (From "Bunty Aur Babli")

चल-चल, चल-चल, चलत-चलत
जब ठाठ दिखाए और बाट दिखाए, ओए, बंटी
पल-पल, पल-पल, पलट-पलट
जब कमर घुमाए और होश उड़ाए, ओए, बबली

अरे, लट्टू घुमाई के, चक्कर चलाई के
लूट ले, हो, दुनिया को ठेंगा दिखाई के
हो, ऐसा कोई सगा नहीं जिसको ठगा नहीं
ऐसी मारी लंगड़ी कि सोया जगा नहीं

चल-चल, चल-चल, चलत-चलत
जब ठाठ दिखाए और बाट दिखाए, ओए, बंटी
पल-पल, पल-पल, पलट-पलट
जब कमर घुमाए और होश उड़ाए, ओए, बबली (हाय)

बंटी और बबली, बंटी और बबली
इन दोनों की जोड़ी शामत, शामत और क़यामत, यारों, ओ-हो, ओ-हो
बंटी और बबली, बंटी और बबली
इन दोनों की जोड़ी शामत, शामत और क़यामत, यारों, ओ-हो, ओ-हो, ओ-हो, ओ-हो

चल रे, चल रे
घूम रहे हैं सारे आसमाँ के तारे, सारे
जहाँ भी सुबह होगी, मिल ही जाएँगे किनारे

(चल, चल, चल, चल, चल, चल, चल, चल, चल, चल, चल)
(चल-चल, चल-चल, चलत-चलत)
(जब ठाठ दिखाए और बाट दिखाए, ओए, बंटी)
(पल-पल, पल-पल, पलट-पलट)
(जब कमर घुमाए और होश उड़ाए, ओए, बबली)

अरे, धुम-चिक-चिक, धुम-धुम-चिक
अरे, धुम-चिक-चिक, धुम-धुम-चिक
अरे, धुम-चिक-चिक, धुम-धुम-चिक
अरे, धुम-चिक-चिक, धुम-धुम-चिक
अरे, धुम-चिक-चिक, धुम-धुम-चिक
अरे, धुम-चिक-चिक, धुम-धुम-चिक
अरे, धुम-चिक-चिक, धुम-धुम-चिक
अरे, धुम-चिक-चिक, धुम-धुम-चिक

हो, ਇਸ਼ਕਾ ਦੇ तेवर घने, तेवर घने
नखरों के ज़ेवर बने, ज़ेवर बने
देखो, कहीं आते-जाते मिल जाएँ दोनों यहीं
रूठते-मनाते, माफ़ करते मिलें
झूठे-वूठे होंठ साफ़ करते मिलें

चल-चल, चल-चल, चलत-चलत
जब ठाठ दिखाए और बाट दिखाए, ओए, बंटी
पल-पल, पल-पल, पलट-पलट
जब कमर घुमाए और होश उड़ाए, ओए, बबली

बंटी और बबली, बंटी और बबली
इन दोनों की जोड़ी शामत, शामत और क़यामत, यारों, ओ-हो, ओ-हो
बंटी और बबली, बंटी और बबली
इन दोनों की जोड़ी शामत, शामत और क़यामत, यारों, ओ-हो, ओ-हो

हो, हो-ओ-हो, खुशबू ही खुशबू पले, खुशबू पले (हो)
रिश्ता जहांँ तू चले, हांँ, तू चले, हांँ
जाने कहांँ उड़ते-उड़ते मिल जाएँ दोनों यहांँ
इठला के चलता हुआ (बंटी मिले)
इतरा के चलती हुई (बबली मिले)

दोनों की कहानियांँ
ज़माना दोहराएगा, बताएगा, सुनाएगा सदा
ज़माना दोहराएगा, बताएगा, सुनाएगा सदा

अरे, लट्टू घुमाई के, चक्कर चलाई के
लूट ले, हो, दुनिया को ठेंगा दिखाई के
हो, ऐसा कोई सगा नहीं जिसको ठगा नहीं
ऐसी मारी लंगड़ी कि सोया जगा नहीं

चल-चल, चल-चल, चलत-चलत
जब ठाठ दिखाए और बाट दिखाए, ओए, बंटी
पल-पल, पल-पल, पलट-पलट
जब कमर घुमाए और होश उड़ाए, ओए, बबली

बंटी और बबली, बंटी और बबली
इन दोनों की जोड़ी शामत, शामत और क़यामत, यारों, ओ-हो, ओ-हो
बंटी और बबली, बंटी और बबली
इन दोनों की जोड़ी शामत, शामत और क़यामत, यारों, ओ-हो, ओ-हो



Credits
Writer(s): Shankar Loy Ehsan, Loy, Gulzar Unknown Composer
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