Husn Ke Lakhon Rang - From "Johny Mera Naam"

वो आदमी पैदा नहीं हुआ, Rai Sahib
कभी ना कभी जिसकी नीयत ना डोली हो
वो आदमी आदमी क्या हो
एक मामूली सी लड़की के लिए
जिसकी नीयत डोल जाए
वो लड़की लड़की क्या
जो बड़े से बड़े आदमी की नीयत को
डोलने पे मजबूर ना कर दे

हुस्न के लाखों रंग, कौन सा रंग देखोगे?
आग है ये बदन, कौन सा अंग देखोगे?

गालों के ये फूल गुलाबी, इनकी रंगत क्या जानो
गालों के ये फूल गुलाबी, इनकी रंगत क्या जानो
होंठों के दो जाम शराबी, इनकी लज़्ज़त क्या जानो
ज़ुल्फ़ों की ये छाँव घनेरी...
ज़ुल्फ़ों की ये छाँव घनेरी, इनकी राहत क्या जानो

हुस्न के लाखों रंग, कौन सा रंग देखोगे?

पर्दे में क्या छुपा हुआ है, तेरी नज़र ये क्या जाने
पर्दे में क्या छुपा हुआ है, तेरी नज़र ये क्या जाने
इन आँखों के पीछे कितने बसे हुए हैं मयख़ाने
पी के देखो जाम नज़र का...
पी के देखो जाम नज़र का, हो जाओगे दीवाने

हुस्न के लाखों रंग, कौन सा रंग देखोगे?
आग है ये बदन, कौन सा अंग देखोगे?



Credits
Writer(s): Kalyanji Anandji, Rajendra Krishan
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