Yun Mere Sang

यूँ मेरे संग रहो, यूँ मेरे साथ रहो
यूँ मेरे संग रहो, यूँ मेरे साथ रहो
दूर कितना भी चले जाओ, मुझे पास लगो
यूँ मेरे संग, मेरी जाँ, मेरे साथ रहो

एक ख़ामशी कि हम ग़म से भरे कमरे में

एक ख़ामशी कि हम ग़म से भरे कमरे में
हम भी चुप बैठ रहे, तुम भी ना कुछ ख़ास कहो

यूँ मेरे संग, मेरी जाँ, मेरे साथ रहो

सीली लकड़ी की तरह सुलगो भरी बारिश में
सीली लकड़ी की तरह सुलगो भरी बारिश में
बर्फ़ की तरह अकेले ही अकेले में घुलो

यूँ मेरे संग, मेरी जाँ, मेरे साथ रहो



Credits
Writer(s): Vishal Bhardwaj
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link