Ek Taara

ओ, किस्मत की छप्पर में छेद कितने सारे
उसमे छन के आते रोशनी की छोटे-छोटे तारें
चुन ना है मुन्नत के टूटने वाले तारे
जिससे पूरे होंगे मुट्ठी भर अधूरे सपने सारे

एक तारा टीम-टीमाया
इतनी भीड़ में मुझको पाया
एक तारा टीम-टीमाया
इतनी भीड़ में मुझको पाया
तारा-त-त-रा-रा, तारा-त-त-रा-रा, तारा-त-त-रा-रा, तारा (मुझको पाया)
तारा-त-त-रा-रा, तारा-त-त-रा-रा, तारा-त-त-रा-रा, तारा

जिसकी बातों में लहक है, चिंगारी सी देहेक है
ऐसे लगती माचिस बनके भड़कती अकड़ में तन के
ये नौ जलती तब तलक है, साथ जलना तब तलक है
बाकी खोखली बातें, होने दो मुलाकातें
ओ, था पेड़ो में वो उलझा मुझको मिलते ही
बनता है छूटा, सुलझा-सुलझा

एक तारा टीम-टीमाया
इतनी भीड़ में तुझको पाया (तुझको पाया)
एक तारा टीम-टीमाया
इतनी भीड़ में तुझको पाया
तारा-त-त-रा-रा, तारा-त-त-रा-रा, तारा-त-त-रा-रा, तारा (मुझको पाया)
तारा-त-त-रा-रा, तारा-त-त-रा-रा, तारा-त-त-रा-रा, तारा

मौसमों की तरह दुनिया-जहां को भी, बदलते पाया
खारेपन की नमी ज़मीं पर एक मुट्ठी उम्मीद का बीज फेक आया

(मुझको पाया)
एक तारा टीम-टीमाया
इतनी भीड़ में मुझको पाया
तारा-त-त-रा-रा, तारा-त-त-रा-रा, तारा-त-त-रा-रा, तारा (मुझको पाया)
तारा-त-त-रा-रा, तारा-त-त-रा-रा, तारा-त-त-रा-रा, तारा



Credits
Writer(s): Anurag Saikia
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