Tum Meri Rakho Laj

तुम मेरी राखो लाज हरि
(तुम मेरी राखो लाज हरि)
तुम मेरी राखो लाज हरि
(तुम मेरी राखो लाज हरि)

तुम मेरी राखो लाज हरि
(तुम मेरी राखो लाज हरि)
तुम मेरी राखो लाज हरि
तुम मेरी राखो लाज हरि
(तुम मेरी राखो लाज हरि)

तुम जानत सब अन्तर्यामी
(तुम जानत सब अन्तर्यामी)
तुम जानत सब अन्तर्यामी
(तुम जानत सब अन्तर्यामी)
करनी कछु ना करी

तुम मेरी राखो लाज हरि
तुम मेरी राखो लाज हरि

अवगुन मोसे बिसरत नाहीं
(अवगुन मोसे बिसरत नाहीं)
अवगुन मोसे बिसरत नाहीं
(अवगुन मोसे बिसरत नाहीं)
पलछिन घरी-घरी

तुम मेरी राखो लाज हरि
तुम मेरी राखो लाज हरि
तुम मेरी राखो लाज हरि
(तुम मेरी राखो लाज हरि)

तुम मेरी राखो लाज हरि
(तुम मेरी राखो लाज हरि)

दारा सुत धन मोह लिए हो
(दारा सुत धन मोह लिए हो)
दारा सुत धन मोह लिए हो
(दारा सुत धन मोह लिए हो)
सुध-बुध सब बिसरी

अब मोरी राखो लाज हरि
अब मोरी राखो लाज हरि
अब मोरी राखो लाज हरि
अब मोरी राखो लाज हरि
(तुम मेरी राखो लाज हरि)

सूर पतित को बेग उबारो
(सूर पतित को बेग उबारो)
सूर पतित को बेग उबारो
(सूर पतित को बेग उबारो)
बेग उबारो, बेग उबारो
सूर पतित को बेग उबारो
अब मेरी नाव भरी

तुम मेरी राखो लाज हरि
तुम मेरी राखो लाज हरि
तुम मेरी राखो लाज हरि
तुम मेरी राखो लाज हरि
तुम मेरी राखो लाज हरि
तुम मेरी राखो लाज हरि



Credits
Writer(s): Jagjit Singh
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