Kisi Ka Raha Nahin Abhiman

आँख बदल कर क्यूँ चलता? इंसान से है इंसान
हो, किसी का रहा नहीं अभिमान
किसी का रहा नहीं अभिमान

आँख बदल कर क्यूँ चलता? इंसान से है इंसान
इंसान से है इंसान
किसी का रहा नहीं अभिमान
किसी का रहा नहीं अभिमान

आसमान पर उड़ने वाले धरती को पहचान
धरती को पहचान
किसी का रहा नहीं अभिमान
किसी का रहा नहीं अभिमान

यहाँ लगे सुख-दुख के मेले
(यहाँ लगे सुख-दुख के मेले)
ख़ुशी को ले या ग़म को ले-ले
(ख़ुशी को ले या ग़म को ले-ले)
ग़म को ले-ले (ग़म को ले-ले)

अपनी करनी का तू मालिक, नफ़ा हो या नुकसान
अपनी करनी का तू मालिक, नफ़ा हो या नुकसान
किसी का रहा नहीं अभिमान
किसी का रहा नहीं अभिमान

सुबह को सूरज चढ़ते देखा
(सुबह को सूरज चढ़ते देखा)
शाम को उसको ढलते देखा
(शाम को उसको ढलते देखा)
ढलते देखा (ढलते देखा)

धूल में मिलते हमने देखी बड़े-बड़ों की शान
धूल में मिलते हमने देखी बड़े-बड़ों की शान
किसी का रहा नहीं अभिमान
किसी का रहा नहीं अभिमान



Credits
Writer(s): Anil Biswas, Pt. Madhur
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