Kuch Kuch Hota Hai

तुम पास आए, यूँ मुस्कुराए

तुम पास आए, यूँ मुस्कुराए
तुमने ना जाने क्या सपने दिखाए
तुम पास आए, यूँ मुस्कुराए
तुमने ना जाने क्या सपने दिखाए

अब तो मेरा दिल जागे ना सोता है
क्या करूँ, हाय, कुछ-कुछ होता है
क्या करूँ, हाय, कुछ-कुछ होता है

तुम पास आए, यूँ मुस्कुराए
तुमने ना जाने क्या सपने दिखाए

अब तो मेरा दिल जागे ना सोता है
क्या करूँ, हाय, कुछ-कुछ होता है
क्या करूँ, हाय, कुछ-कुछ होता है

ना जाने कैसा एहसास है
बुझती नहीं है, क्या प्यास है
क्या नशा इस प्यार का
मुझ पे, सनम, छाने लगा?

कोई ना जाने, क्यूँ चैन खोता है
क्या करूँ, हाय, कुछ-कुछ होता है
क्या करूँ, हाय, कुछ-कुछ होता है

क्या रंग लाई मेरी दुआ
ये इश्क़ जाने कैसे हुआ
बेचैनियों में चैन
ना जाने क्यूँ आने लगा

तन्हाई में दिल यादें सँजोता है
क्या करूँ, हाय, कुछ-कुछ होता है
क्या करूँ, हाय, कुछ-कुछ होता है

तुम पास आए, यूँ मुस्कुराए
तुमने ना जाने क्या सपने दिखाए
तुम पास आए, यूँ मुस्कुराए
तुमने ना जाने क्या सपने दिखाए

अब तो मेरा दिल जागे ना सोता है
क्या करूँ, हाय, कुछ-कुछ होता है
क्या करूँ, हाय, कुछ-कुछ होता है



Credits
Writer(s): Jatin Pandit, Lalitraj Pandit, Sameer Anjaan
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