Dhol Bajne Laga

ढोल बजने लगा
गाँव सजने लगा
कोई लौट के आया है
संग अपने वो रंग कितने लाया है

हो, ढोल बजने लगा
गाँव सजने लगा
कोई लौट के आया है
संग अपने वो रंग कितने लाया है

आया रे हमरा मितवा
(हम झूम-झूम गाएँ)
नाचे रे हमरा मनवा
(हम झूम-झूम गाएँ)
आने वाले, ना अब जाना कभी छोड़ के
पड़ते हम पइयाँ कभी, हाथ कभी जोड़ के
आने वाले, ना अब जाना कभी छोड़ के
पड़ते हम पइयाँ कभी, हाथ कभी जोड़ के
जाने ना देंगे हम अब दिल तोड़ के
अपना कुँवर आया, राजेश्वर आया
संग अपने वो रंग कितने लाया है

आया रे हमरा मितवा
(हम झूम-झूम गाएँ)
नाचे रे हमरा मनवा
(हम झूम-झूम गाएँ)

ढोल बजने लगा
गाँव सजने लगा
कोई लौट के आया है
मोहब्बत से भरा एक दिल है जैसे
मेरे बचपन का साथी मेरा गाँव
बहुत मीठा है पानी इस कुएँ का
बड़ी ठंडी है इन पेड़ों की छाँव

घुला संगीत है जैसे हवा में
ज़रा आवाज़ तो सुन चक्खियों की
रहट गाता है धीमी-धीमी लय में
सुरीली बोलियाँ हैं पंछियों की

मैं बरसों बाद लौटा हूँ तो जाना
ये गाँव गीत है सदियों पुराना
रे, ढोल बजने लगा
गाँव सजने लगा
कोई लौट के आया है
संग अपने वो रंग कितने लाया है

आया रे हमरा मितवा
(हम झूम-झूम गाएँ)
नाचे रे हमरा मनवा
(हम झूम-झूम गाएँ)

ढोल बजने लगा
गाँव सजने लगा
कोई लौट के आया है



Credits
Writer(s): Javed Akhtar, Anu Malik
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link