Tum Jaise Bigade Babu

तुम जैसे बिगड़े बाबू से मैं अखियाँ बचाऊँ
तुम जैसे बिगड़े बाबू से मैं अखियाँ बचाऊँ
थिन-गिन, थिन-गिन नाचूँ और दुनिया को नचाऊँ
तुम जैसे बिगड़े बाबू से मैं अखियाँ बचाऊँ

आँखों में मधुशाले, रंग-भरे ये प्याले
चंदा-सूरज दोनों मेरे कानों के हैं बाले
आँखों में मधुशाले, रंग-भरे ये प्याले
चंदा-सूरज दोनों मेरे कानों के हैं बाले
चंदा-सूरज दोनों मेरे कानों के हैं बाले

अपने आप को क्या समझो हो बाबू, ओ, बाबू?

तुम जैसे बिगड़े बाबू से मैं अखियाँ बचाऊँ
तुम जैसे बिगड़े बाबू से मैं अँखियाँ बचाऊँ
थिन-गिन, थिन-गिन नाचूँ और दुनिया को नचाऊँ

मुँह पे लट लहराए, घन बदरा शरमाए
नील गगन का बाँक़ा राही पायल बाँधने आए
मुँह पे लट लहराए, घन बदरा शरमाए
नीनील गगन का बाँक़ा राही पायल बाँधने आए
नील गगन का बाँक़ा राही पायल बाँधने आए

अपने आप को क्या समझो हो बाबू, ओ, बाबू?

तुम जैसे बिगड़े बाबू से मैं अखियाँ बचाऊँ
तुम जैसे बिगड़े बाबू से मैं अखियाँ बचाऊँ
थिन-गिन, थिन-गिन नाचूँ और दुनिया को नचाऊँ
तुम जैसे बिगड़े बाबू से मैं अखियाँ बचाऊँ



Credits
Writer(s): Jaikshan Shankar, Jaipuri Hasrat
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