Hue Hum Jinke Liye Barbaad

आलाप
असीर-ए-पंजा-ए-अहद-ए-शबाब कर के मुझे
कहाँ गया मेरा बचपन ख़राब कर के मुझे
आलाप
हुए हम जिनके लिए बरबाद
वो हमको चाहे करें न याद
जीवन भर, जीवन भर उनकी याद में
हम गाए जाएंगे, गाए जाएंगे
- - -
एक ज़माना था वो पल भर
हमसे रहे न दूर, हमसे रहे न दूर
एक ज़माना था वो पल भर
हमसे रहे न दूर, हमसे रहे न दूर
एक ज़माना ये के हुए हैं
मिलने से मजबूर, मिलने से मजबूर
एक ज़माना ये के हुए हैं
मिलने से मजबूर, मिलने से मजबूर
वो ग़म से लाख रहे आज़ाद
सुने न दर्द भरी फ़रियाद
अफ़साना, अफ़साना हम तो प्यार का
दोहराए जाएँगे, गाए जाएँगे
- - -
मैं हूँ ऐसा दीप के जिस में
मैं हूँ ऐसा दीप के जिस में
न बाती न तेल, न बाती न तेल
बचपन बीता, बनी मोहब्बत
चार दिनों का खेल, चार दिनों का खेल
बचपन बीता, बनी मोहब्बत
चार दिनों का खेल, चार दिनों का खेल
रहे ये दिल का नगर आबाद
बसी है जिस में किसी की याद
हम दिल को, हम दिल को उनकी याद से
बहलाए जाएंगे, गाए जाएंगे
हुए हम जिनके लिए बरबाद
वो हमको चाहे करें न याद
जीवन भर, जीवन भर उनकी याद में
हम गाए जाएंगे, गाए जाएंगे



Credits
Writer(s): Shakeel Badayuni, Naushad
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