Dhuniyaa

बुलावे तुझे यार आज मेरी गलियाँ
बसाऊँ तेरे संग मैं अलग दुनिया
बुलावे तुझे यार...

ना आयें कभी दोनों में ज़रा भी फासले
बस इक तू हो, इक मैं हूँ और कोई ना
है मेरा सब कुछ तेरा तू समझ ले
तू चाहे मेरे हक की ज़मीन रख ले
तू साँसों पे भी नाम तेरा लिख दे
मैं जीयूँ जब-जब तेरा दिल धड़के

जिससे मेरा, ये जी नहीं भरता
कुछ भी नहीं, असर अब करता
मेरी राह तुझसे मेरी चाह तुझसे, मुझे बस यहीं रह जाना
लगी हैं तेरी आदतें मुझे जबसे, है तेरे बिन पल भी बरस लगते
बुलावे तुझे यार आज मेरी गलियाँ
बसाऊँ तेरे संग मैं अलग दुनिया
जो होवे तू उदास मुझे देखे हँस दे
तू चाहे मेरे हक की जमीन रख ले
तू साँसों पे भी नाम तेरा लिख दे
मैं जीयूँ जब-जब तेरा दिल धड़के

तुझसे मिली, तो सीखा मैंने हँसना
आया मुझे, सफर में ठहरना
मैं तो भूल गई दुनिया का पता यारा जब से तुझे है जाना
है तू ही दिल जान है मेरी अब से
वे ज़िक्र तेरा न जाए मेरे लब से
बुलावे तुझे यार...

प्यार दी रावाँ उत्ते यार तू ले आया
मैनू जीणे दा मतलब आज समझ आया
पराया मैनू करना न तू सोह्निया
चन्ना मैं तो तुर जाणा



Credits
Writer(s): Kalai Kumar, Yuvan Shankar Raja
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