Katra Katra

क़तरा-क़तरा मिलती है, क़तरा-क़तरा जीने दो
ज़िंदगी है (ज़िंदगी है), बहने दो (बहने दो)
प्यासी हूँ मैं, प्यासी रहने दो (रहने दो ना)

क़तरा-क़तरा मिलती है, क़तरा-क़तरा जीने दो
ज़िंदगी है (ज़िंदगी है), बहने दो (बहने दो)
प्यासी हूँ मैं, प्यासी रहने दो (रहने दो ना)

कल भी तो कुछ ऐसा ही हुआ था
नींद में फिर तुम ने जब छुआ था
गिरते-गिरते बाँहों में बची मैं
हो, सपने पे पाँव पड़ गया था

सपनों में बहने दो
प्यासी हूँ मैं, प्यासी रहने दो (रहने दो)

क़तरा-क़तरा मिलती है, क़तरा-क़तरा जीने दो
ज़िंदगी है (ज़िंदगी है), बहने दो (बहने दो)
प्यासी हूँ मैं, प्यासी रहने दो (रहने दो)

तुमने तो आकाश बिछाया
मेरे नंगे पैरों में ज़मीं है
बातें भी तुम्हारी आरज़ू हो
हो, शायद ऐसे ज़िंदगी हसीं है

आरज़ू में बहने दो
प्यासी हूँ मैं, प्यासी रहने दो (रहने दो ना)

क़तरा-क़तरा मिलती है, क़तरा-क़तरा जीने दो
ज़िंदगी है (ज़िंदगी है), बहने दो (बहने दो)
प्यासी हूँ मैं, प्यासी रहने दो (रहने दो)

हलके-हलके कोहरे के धुएँ में
शायद आसमाँ तक आ गई हूँ
तेरी दो निगाहों के सहारे
हो, देखो तो कहाँ तक आ गई हूँ

कोहरे में बहने दो
प्यासी हूँ मैं, प्यासी रहने दो (रहने दो)

क़तरा-क़तरा मिलती है, क़तरा-क़तरा जीने दो
ज़िंदगी है (ज़िंदगी है), बहने दो (बहने दो)
प्यासी हूँ मैं, प्यासी रहने दो (रहने दो)

रहने दो (रहने दो)
रहने दो (रहने दो)



Credits
Writer(s): Gulzar, Rahul Burman
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