Man Tu Shudi

गुमशुदा ज़िंदगी, थी बेख़बर बेख़ुदी
तू मिला तो मिली सरसब्ज़ ताबिंदगी
जब से तू मिला मुझको, हूँ बस यही जानता

من تو شُدَم تُو مَن شُدی
मेरा जग से क्या वास्ता?
من تو شُدَم تُو مَن شُدی
मेरा जग से क्या वास्ता?

कहाँ थे ज़ेहन-ओ-दिल ये, कहाँ थी ये नज़र
कहाँ था अब तलक मैं, नहीं थी कुछ ख़बर

लब पे थी आह, मेरे मौला
थी कठिन राह, मेरे मौला
रब्त से तेरे ख़ुद से हुआ राबता

من تو شُدَم تُو مَن شُدی
मेरा जग से क्या वास्ता?
من تو شُدَم تُو مَن شُدی
मेरा जग से क्या वास्ता?

क़दम-क़दम थे ग़म, जिंदगी दुश्वार थी
खड़ी अँधेरों की हर तरफ़ दीवार थी

लब पे थी आह, मेरे मौला
थी कठिन राह, मेरे मौला
छँट गई तीरगी, मिल गया रास्ता

من تو شُدَم تُو مَن شُدی
मेरा जग से क्या वास्ता?
من تو شُدَم تُو مَن شُدی
मेरा जग से क्या वास्ता?

من تو شُدَم تُو مَن شُدی
मेरा जग से क्या वास्ता?
من تو شُدَم تُو مَن شُدی
मेरा जग से क्या वास्ता?



Credits
Writer(s): Harpreet Singh, Ubaid Azam Azmi
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