Main Chali

ये रूप और ये रंगत
ये चाल और ये नज़ाकत
कैसी है ये क़यामत?
अब कोई क्या कहे

ये रूप और ये रंगत
ये चाल और ये नज़ाकत
कैसी है ये क़यामत?
अब कोई क्या कहे

मैं चली तो झूम उठी ज़िंदगी
मैं चली तो जाग उठी रोशनी
मौसम नया, नई-नई हवाएँ हैं
मैं हूँ नई, नई मेरी अदाएँ हैं

मैं चली तो झूम उठी ज़िंदगी
मैं चली तो जाग उठी रोशनी
मौसम नया, नई-नई हवाएँ हैं
मैं हूँ नई, नई मेरी अदाएँ हैं

तेरी ज़ुल्फ़ की घटाएँ
तेरी शोख़ सी निगाहें
कैसी हैं ये बलाएँ?
अब कोई क्या कहे

तेरी ज़ुल्फ़ की घटाएँ
तेरी शोख़ सी निगाहें
कैसी हैं ये बलाएँ?
अब कोई क्या कहे

दुनिया बदली है, मेरा अंदाज़ ना क्यूँ बदले?
सब कुछ तो है बदल गया
गूँजा है जो गीत नया तो साज़ ना क्यूँ बदले?
मेरा भी सुर है नया

नई-नई सी हैं मेरी राहें
नया-नया मेरा सफ़र है
नई-नई सी हैं मेरी चाहें
नई-नई मेरी नज़र है
हाँ, नई-नई मेरी नज़र है

तेरे नैन हैं निराले
मदिरा के जैसे प्याले
सँभले ना दिल सँभाले
अब कोई क्या कहे

तेरे नैन हैं निराले
मदिरा के जैसे प्याले
सँभले ना दिल सँभाले
अब कोई क्या कहे

दिल चाहे कि लेके सितारे हार बना लूँ मैं
चाँद हो मेरी बिंदिया
सागर की सारी लहरें आँचल में सजा लूँ मैं
जाने क्यूँ चाहे ये जिया

कोई समझे तो समझे दीवानी
मुझको है परवाह क्या
मैं जानी तो बस इतना ही जानी
दिल ढूँढता है राह क्या
ओ, दिल ढूँढता है राह क्या

तू है कैसे रंग लाई?
कैसी तरंग लाई?
कैसी उमंग लाई?
अब कोई क्या कहे

तू है कैसे रंग लाई?
कैसी तरंग लाई?
कैसी उमंग लाई?
अब कोई क्या कहे

मैं चली तो झूम उठी ज़िंदगी
मैं चली तो जाग उठी रोशनी
मौसम नया, नई-नई हवाएँ हैं
मैं हूँ नई, नई मेरी अदाएँ हैं



Credits
Writer(s): Javed Akhtar
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link