Dil Ro Raha Hai Mera

दिल रो रहा है मेरा
मगर आंख नम नहीं
दुनिआ समाज राही है
मुजे कोइ गम नहीं।
क्यू तुने की बेवफाई।
चाहत की शम्मा बुझाई।
मेरे दिल पे चोट लागाई।
दिल रो रहा है मेरा
मगर आंख नम नहीं
दुनिआ समाज राही है
मुजे कोइ गम नाहिं
दिल रो राहा है मेरा
मगर आंख नम नहीं
दुनिआ समाज राही है
मुजे कोइ गम नहीं।
नाहिं में नेकी बेवफाई।
किस्मत ने दी ये जुदाई।
अब क्या दू और सफाइ।
दिल रो राहा है मेरा
मगर आंख नम नहीं
दुनिआ समाज राही है
मुजे कोइ गम नाहिं

मेरी वफ़ा का तुने
इनाम ये दीया है।
देखकर जहा के आंसु
दिल का सुकून लिया है
हो . मेरी वफ़ा का तुने
इनाम ये दीया है।
देखकर जहा के आंसु
दिल का सुकून लिया है
सबरो करार लूटा।
वादा था तेरा झूठा।
दिल ऐसा छन से टूटा
दिल रो राहा है मेरा
मगर आंख नम नहीं
दुनिआ समाज राही है
मुजे कोइ गम नहीं
आ आ आ आ
आ आ आ आ
आ आ आ आ
आ आ आ आ
आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ आ आ

मजबूरियोने मुझको
बाँध रक्खा है ऐसे
मैं बेवफा नहीं हैं
बतलाूँ तुझको कैसे
मजबूरियोने मुझको
बाँध रक्खा है ऐसे
मैं बेवफा नहीं हैं
बतलाूँ तुझको कैसे
तारे जैसे गगन में।
तेरी यादें हैं मेरे मन में।
अब क्या राखा जीवन में
दिल रो राहा है मेरा
मगर आंख नम नहीं
दुनिआ समाज राही है
मुजे कोइ गम नहीं
नाहिं मेंने की बेवफाई।
किस्मत ने दी ये जुदाई।
अब क्या दू और सफाइ।
दिल रो राहा है मेरा
मगर आंख नम नहीं
दुनिआ समाज राही है
मुजे कोइ गम नाहिं
क्यू तुने की बेवफाई।
चाहत की शम्मा बुझाई
मेरे दिल पे चोट लागाई
दिल रो राह है मेरा
मगर आंख नम नहीं
दुनिआ समाज राही है
मुजे कोइ गम नाहिं



Credits
Writer(s): Altaf Raja
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