Tu Chand Nagar Ki Shehzadi

तू चाँद नगर की शहज़ादी
मैं इस धरती का बंजारा

तू चाँद नगर की शहज़ादी
मैं इस धरती का बंजारा
तू महलों में रहने वाली
मैं गलियों-गलियों आवारा

तू चाँद नगर की शहज़ादी
मैं इस धरती का बंजारा
तू महलों में रहने वाली
मैं गलियों-गलियों आवारा

मैं इक हवा का झोंका, तू फूल है
जितना तुझ को चाहूँ, फ़ुज़ूल है

मैं आज यहाँ और कल हूँ वहाँ
तुझे अपना गुलशन ही प्यारा
तू महलों में रहने वाली
मैं गलियों-गलियों आवारा

तेरा-मेरा दो पल का साथ है
सच है, ये सब क़िस्मत की बात है

हर दिल में यहाँ तू है मेहमाँ
मैं बे-घर, बे-दर, बेचारा
तू महलों में रहने वाली
मैं गलियों-गलियों आवारा

लब ना हिलें तो आँखों से काम ले
जाने वाली, मेरा सलाम ले

मेरे पिछले जनम के भले थे करम
तो मिल जाऊँगा दोबारा
तू महलों में रहने वाली
मैं गलियों-गलियों आवारा

तू चाँद नगर की शहज़ादी
मैं इस धरती का बंजारा
तू महलों में रहने वाली
मैं गलियों-गलियों आवारा



Credits
Writer(s): Javed Akhtar, R. D. Burman
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