Jai Ganesh Gananath Dyanidhi

जय गणेश, गणनाथ, दयानिधि
सकल विघन कर दूर हमारे

जय गणेश, गणनाथ, दयानिधि
(जय गणेश, गणनाथ, दयानिधि)
सकल विघन कर दूर हमारे
(सकल विघन कर दूर हमारे)

जय गणेश, गणनाथ, दयानिधि
सकल विघन कर दूर हमारे

प्रथम धरे जो ध्यान तुम्हारो
(प्रथम धरे जो ध्यान तुम्हारो)
प्रथम धरे जो ध्यान तुम्हारो
तिसके पूरण कारज सारे

(प्रथम धरे जो ध्यान तुम्हारो)
(तिसके पूरण कारज सारे)

जय गणेश, गणनाथ, दयानिधि
सकल विघन कर दूर हमारे
(जय गणेश, गणनाथ, दयानिधि)
(सकल विघन कर दूर हमारे)

लम्बोदर, गजवदन, मनोहर
(लम्बोदर गज वदन मनोहर)
लम्बोदर, गजवदन, मनोहर
(लम्बोदर, गजवदन, मनोहर)

कर त्रिशूल पर सु वरधारे
(कर त्रिशूल पर सु वरधारे

(जय गणेश, गणनाथ, दयानिधि)
(सकल विघन कर दूर हमारे)
(प्रथम धरे जो ध्यान तुम्हारो)
(तिसके पूरण कारज सारे)

(जय गणेश, गणनाथ, दयानिधि)
(सकल विघन कर दूर हमारे)

रिद्धि-सिद्धि दोउ चँवर ढुलावे
(रिद्धि-सिद्धि दोउ चँवर ढुलावे)
रिद्धि-सिद्धि दोउ चँवर ढुलावे
(रिद्धि-सिद्धि दोउ चँवर ढुलावे)

मूषक वाहन परम सुखारे
(मूषक वाहन परम सुखारे)

(जय गणेश, गणनाथ, दयानिधि)
(सकल विघन कर दूर हमारे)
(प्रथम धरे जो ध्यान तुम्हारो)
(तिसके पूरण कारज सारे)

(जय गणेश, गणनाथ, दयानिधि)
(सकल विघन कर दूर हमारे)

ब्रह्मानन्द सहाय करो नित
(ब्रह्मानन्द सहाय करो नित)
ब्रह्मानन्द सहाय करो नित
(ब्रह्मानन्द सहाय करो नित)

भक्त जनों के तुम रखवारे
(भक्त जनों के तुम रखवारे)

(जय गणेश, गणनाथ, दयानिधि)
(सकल विघन कर दूर हमारे)
(प्रथम धरे जो ध्यान तुम्हारो)
(तिसके पूरण कारज सारे)

(जय गणेश, गणनाथ, दयानिधि)
(सकल विघन कर दूर हमारे)
(सकल विघन कर दूर हमारे)
(सकल विघन कर दूर हमारे)



Credits
Writer(s): Jagjit Singh, Brahmanandji
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