Chand Gagan Se Phool Chaman Se

चाँद गगन से, फूल चमन से
रह नहीं सकता दूर
यही है रीत, यही दस्तूर
यही है रीत, यही दस्तूर

दीप से ज्योति, सीप से मोती
मिलने पर मजबूर
यही है रीत, यही दस्तूर
यही है रीत, यही दस्तूर

जैसे कच्चे काँच के दर्पण
ऐसे हैं ये प्यार के बंधन
जैसे कच्चे काँच के दर्पण
ऐसे हैं ये प्यार के बंधन

तोड़ सके ना, छोड़ सके ना
बड़े-बड़े मग़रूर
यही है रीत, यही दस्तूर
यही है रीत, यही दस्तूर

जीवनसाथी साथ ना छोड़े
जीवनसाथी साथ ना छोड़े
एक-दूजे का हाथ ना छोड़े
एक-दूजे का हाथ ना छोड़े

भूल हुई तो, चोट लगी तो
होगा दर्द ज़रूर
यही है रीत, यही दस्तूर
यही है रीत, यही दस्तूर

लोग करें भगवान की पूजा
प्यार है क्या? भगवान है दूजा
लोग करें भगवान की पूजा
प्यार है क्या? भगवान है दूजा

प्यार वो पूजा, एक में दूजा
दिए में जैसे नूर
यही है रीत, यही दस्तूर
यही है रीत, यही दस्तूर

चाँद गगन से, फूल चमन से
रह नहीं सकता दूर
यही है रीत, यही दस्तूर

दीप से ज्योति, सीप से मोती
मिलने पर मजबूर
यही है रीत, यही दस्तूर
यही है रीत, यही दस्तूर



Credits
Writer(s): Anand Bakshi
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