Mere Naseeb Mein Ae Dost (From "Do Raaste")

ख़िज़ा के फूल पे आती कभी बहार नहीं
मेरे नसीब में ऐ दोस्त, तेरा प्यार नहीं
ख़िज़ा के फूल पे आती कभी बहार नहीं
मेरे नसीब में ऐ दोस्त, तेरा प्यार नहीं

ना जाने प्यार में कब मैं, ज़ुबां से फिर जाऊं
मैं बनके आंसू खुद अपनी, नज़र से गिर जाऊं
तेरी क़सम है मेरा कोई ऐतबार नहीं
मेरे नसीब में ऐ दोस्त, तेरा प्यार नहीं

मैं रोज़ लब पे नई एक, आह तकता हूँ
मैं रोज़ एक नए ग़म, की राह तकता हूँ
किसी ख़ुशी का मेरे दिल को इंतज़ार नहीं
मेरे नसीब में ऐ दोस्त, तेरा प्यार नहीं

गरीब कैसे मोहब्बत, करें अमीरों से
बिछड़ गए हैं कईं रांझे, अपनी हीरों से
किसी को अपने मुक़द्दर पे इख़्तियार नहीं
मेरे नसीब में ऐ दोस्त, तेरा प्यार नहीं
ख़िज़ा के फूल पे आती कभी बहार नहीं
मेरे नसीब में ऐ दोस्त, तेरा प्यार नहीं



Credits
Writer(s): Vimal Pant
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