Gori Ke Haath Mein

गोरी के हाथ में
जैसे ये छल्ला
वैसी हो क़िसमत
मेरी भी अल्लाह

गोरी के हाथ में
गोरी के हाथ में
जैसे ये छल्ला
जैसे ये छल्ला
वैसी हो क़िसमत

मेरी भी अल्लाह

छूने न दूँगी
उँगली मैं बाबू
बन जाओ चाहे
चाँदी का छल्ला
छूने न दूँगी
छूने न दूँगी
उँगली मैं बाबू
उँगली मैं बाबू

बन जाओ चाहे
रे चाँदी का छल्ला

जा रे जा रे हाथ को हमारे
हाथ लगा ना
हो दिल्लगी ना समझना
कोई लुटे कोई मर मिटे
जग हो दीवाना
हो मैं जो बनूँ तेरा गहना

तू जो बने गहना सँवरना छोड़ दूँ
मोहे तू सजाये तो दरपन तोड़ दूँ
हो ऐसा ग़ुस्सा भई रे वल्लाह

गोरी के हाथ में
जैसे ये छल्ला
वैसी हो क़िसमत
मेरी भी अल्लाह
छूने न दूँगी
छूने न दूँगी

उँगली मैं बाबू
उँगली मैं बाबू
बन जाओ चाहे
चाँदी का छल्ला

चाहूँ तुझे डोली में बिठा के
कहीं ले जाऊँ
ए हाय सोच में पड़ गई क्या?
जो मैं तेरी दुलहनिया बनूँ
घूँघटा जला दूँ
ओ हाय ये मैं कह गई क्या?
जो मैं चाहूँ रे तू भी वो ही चाहे
फिर तू ज़ालिम सताये मुझे काहे

हो जा-जा इतना तू ना चिल्ला
छूने न दूँगी
उँगली मैं बाबू
बन जाओ चाहें
चाँदी का छल्ला

गोरी के हाथ में
गोरी के हाथ में
जैसे ये छल्ला
जैसे ये छल्ला
वैसी हो क़िसमत
मेरी भी अल्लाह
छूने न दूँगी
छूने न दूँगी
उँगली मैं बाबू
उँगली मैं बाबू
बन जाओ चाहे
रे चाँदी का छल्ला



Credits
Writer(s): Majrooh Sultanpuri, Rahul Dev Burman
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