Karti Hoon Vrat Tumhara

करती हूँ तुम्हारा व्रत मैं
स्वीकार करो माँ

मझधार में मैं अटकी
बेड़ा पार करो माँ
बेड़ा पार करो माँ
हे माँ संतोषी, माँ संतोषी

करती हूँ तुम्हारा व्रत मैं
स्वीकार करो माँ

मझधार में मैं अटकी
बेड़ा पार करो माँ
बेड़ा पार करो माँ
हे माँ संतोषी, माँ संतोषी

बैठी हूँ बड़ी आशा से तुम्हारे दरबार में
बैठी हूँ बड़ी आशा से तुम्हारे दरबार में
क्यूँ रोए तुम्हारी बेटी इस निर्दय संसार में?

पलटा दो मेरी भी किस्मत...
पलटा दो मेरी भी किस्मत, चमत्कार करो माँ

मझधार में मैं अटकी
बेड़ा पार करो माँ
बेड़ा पार करो माँ
हे माँ संतोषी, माँ संतोषी

मेरे लिए तो बंद हैं दुनिया की सब राहें
मेरे लिए तो बंद हैं दुनिया की सब राहें
कल्याण मेरा हो सकता है, माँ, आप जो चाहें

चिंता की आग से मेरा...
चिंता की आग से मेरा उद्धार करो माँ

मझधार में मैं अटकी
बेड़ा पार करो माँ
बेड़ा पार करो माँ
हे माँ संतोषी, माँ संतोषी

दुर्भाग्य की दीवार को तुम आज हटा दो
दुर्भाग्य की दीवार को तुम आज हटा दो
मातेश्वरी वापस मेरी सौभाग्य को ला दो

एक अभागिनी नारी से...
एक अभागिनी नारी से कुछ प्यार करो माँ

मझधार में मैं अटकी
बेड़ा पार करो माँ
बेड़ा पार करो माँ
हे माँ संतोषी, माँ संतोषी

करती हूँ तुम्हारा व्रत मैं
स्वीकार करो माँ

मझधार में मैं अटकी
बेड़ा पार करो माँ
बेड़ा पार करो माँ
हे माँ संतोषी, माँ संतोषी



Credits
Writer(s): C Arjun, Manian Pradeep
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