Aap Ki Nazron Ne Samjha

आप की नज़रों ने समझा प्यार के क़ाबिल मुझे
दिल की ऐ धड़कन, ठहर जा, मिल गई मंज़िल मुझे
आप की नज़रों ने समझा...

जी, हमें मंज़ूर है आप का ये फ़ैसला
जी, हमें मंज़ूर है आप का ये फ़ैसला
कह रही है हर नज़र, "बंदा-पर्वर, शुक्रिया"

हँस के अपनी ज़िंदगी में कर लिया शामिल मुझे
दिल की ऐ धड़कन, ठहर जा, मिल गई मंज़िल मुझे
आप की नज़रों ने समझा...

आप की मंज़िल हूँ मैं, मेरी मंज़िल आप हैं
आप की मंज़िल हूँ मैं, मेरी मंज़िल आप हैं
क्यूँ मैं तूफ़ाँ से डरूँ? मेरा साहिल आप हैं

कोई तूफ़ानों से कह दे, मिल गया साहिल मुझे
दिल की ऐ धड़कन, ठहर जा, मिल गई मंज़िल मुझे
आप की नज़रों ने समझा...

पड़ गईं दिल पर मेरे आप की परछाइयाँ
पड़ गईं दिल पर मेरे आप की परछाइयाँ
हर तरफ़ बजने लगी सैकड़ों शहनाइयाँ

दो जहाँ की आज ख़ुशियाँ हो गईं हासिल मुझे
आप की नज़रों ने समझा प्यार के क़ाबिल मुझे
दिल की ऐ धड़कन, ठहर जा, मिल गई मंज़िल मुझे
आप की नज़रों ने समझा...



Credits
Writer(s): Madan Mohan
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