Seekha Nahin Sabak Tune Pyar Ka

सीखा नहीं सबक तूने प्यार का
तू जाने क्या मज़ा इंतज़ार का
सीखा नहीं सबक तूने प्यार का
तू जाने क्या मज़ा इंतज़ार का

सीखा नहीं सबक तूने प्यार का
तू जाने क्या मज़ा इंतज़ार का
सीखा नहीं सबक तूने प्यार का
तू जाने क्या मज़ा इंतज़ार का

आ, दिल की पुस्तक मैं तुझको पढ़ाऊँ
आ, दिल की पुस्तक मैं तुझको पढ़ाऊँ
चाहत के दस्तूर तुझको सिखाऊँ
चाहत के दस्तूर तुझको सिखाऊँ

फिर आएगा ना मौसम बहार का
तू जाने क्या मज़ा इंतज़ार का
सीखा नहीं सबक तूने प्यार का
तू जाने क्या मज़ा इंतज़ार का

सारी उमर तूने यूँ ही गुज़ारी
सारी उमर तूने यूँ ही गुज़ारी
दुनिया में आकर रहा तू अनाड़ी
दुनिया में आकर रहा तू अनाड़ी

अब ले-ले मज़ा जीत-हार का
तू जाने क्या मज़ा इंतज़ार का
सीखा नहीं सबक तूने प्यार का
तू जाने क्या मज़ा इंतज़ार का

एक-एक दोहे में एक-एक ११
एक-एक दोहे में एक-एक ११
उल्फ़त में है एक रस्ता हमारा
उल्फ़त में है एक रस्ता हमारा

ये खेल है तो बस ऐतबार का
तू जाने क्या मज़ा इंतज़ार का
सीखा नहीं सबक तूने प्यार का
तू जाने क्या मज़ा इंतज़ार का

सीखा नहीं सबक तूने प्यार का
तू जाने क्या मज़ा इंतज़ार का
सीखा नहीं सबक तूने प्यार का
तू जाने क्या मज़ा इंतज़ार का



Credits
Writer(s): Jaikshan Shankar, Jaipuri Hasrat
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