Na Main Dhan Chahun

ना मैं धन चाहूँ, ना रतन चाहूँ
ना मैं धन चाहूँ, ना रतन चाहूँ
तेरे चरणों की धूल मिल जाए
तेरे चरणों की धूल मिल जाए
तो मैं तर जाऊँ
श्याम तर जाऊँ, हे राम तर जाऊँ

मोह मन मोहे, लोभ ललचाए
मोह मन मोहे, लोभ ललचाए
कैसे-कैसे ये नाग लहराए
कैसे-कैसे ये नाग लहराए
इससे पहले कि दिल उधर जाए
मैं तो मर जाऊँ, क्यूँ न मर जाऊँ
ना मैं धन चाहूँ, ना रतन चाहूँ

आ आ आ आ आ आ
लाए क्या थे, जो ले के जाना है
लाए क्या थे, जो ले के जाना है
नेक दिल ही तेरा ख़ज़ाना है
नेक दिल ही तेरा ख़ज़ाना है
साँझ होते ही पंछी आ जाए
अब तो घर जाऊँ, अपने घर जाऊँ
तेरे चरणों की धूल मिल जाए
तो मैं तर जाऊँ
श्याम तर जाऊँ, हे राम तर जाऊँ

आ आ आ आ आ आ
थम गया पानी, जम गई काई
थम गया पानी, जम गई काई
बहती नदियाँ ही साफ़ कहलाई
बहती नदियाँ ही साफ़ कहलाई
मेरे दिल ने ही जाल फैलाई
अब किधर जाऊँ, मैं किधर जाऊँ
अब किधर जाऊँ, मैं किधर जाऊँ
अब किधर जाऊँ, मैं किधर जाऊँ
अब किधर जाऊँ, मैं किधर जाऊँ
अब किधर जाऊँ, मैं किधर जाऊँ
अब किधर जाऊँ, मैं किधर जाऊँ
अब किधर जाऊँ, मैं किधर जाऊँ



Credits
Writer(s): S.d. Burman, Shailendra
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