Mujhe Le Chal Mandir

प्रेम समंदर मन के अंदर
प्रेम समंदर मन के अंदर
ओ, मेरे साजन
मुझे ले चल मंदिर, मुझे ले चल मंदिर
मुझे ले चल मंदिर, तू मुझे ले चल मंदिर

जब मन से मन का हो संगम
तो मंदिर क्यूँ जाना? ये रीत पुरानी
जब मन से मन का हो संगम
तो मंदिर क्यूँ जाना? ये प्रीत पुरानी

प्रेम समंदर मन के अंदर
प्रेम समंदर मन के अंदर
ओ, मेरे साजन
मुझे ले चल मंदिर, मुझे ले चल मंदिर
मुझे ले चल मंदिर, तू मुझे ले चल मंदिर

कैसी ये तेरी बारात सजना?
ना घोड़ी है, कोई भी संग ना
कैसी ये तेरी बारात सजना?
ना घोड़ी है, कोई भी संग ना

क्या करने हैं घोड़े-हाथी?
तू मेरी, मैं तेरा साथी

चल छोड़ बहाना, तू कैसा दीवाना?
चल छोड़ बहाना, तू कैसा दीवाना?
सुन, दीवाने सुन

मुझे ले चल मंदिर, मुझे ले चल मंदिर
हो, मुझे ले चल मंदिर, तू मुझे ले चल मंदिर

राह-ए-वफ़ा पे छोड़ ना जाना
दिल मेरा तू तोड़ ना जाना
राह-ए-वफ़ा पे छोड़ ना जाना
दिल मेरा तू तोड़ ना जाना

एक मन है, एक प्रान हमारे
जनम-जनम से हम तो तुम्हारे

चल खा ले क़समें, आ, जोड़ ले बंधन
चल खा ले क़समें, जोड़ ले बंधन
ओ, लुटेरे सुन

मुझे ले चल मंदिर, मुझे ले चल मंदिर
मुझे ले चल मंदिर, तू मुझे ले चल मंदिर

प्रेम समंदर मन के अंदर
प्रेम समंदर मन के अंदर
ओ, मेरे साजन
मुझे ले चल मंदिर, मुझे ले चल मंदिर
मुझे ले चल मंदिर, तू मुझे ले चल मंदिर

आ, चल मंदिर
आ, चल मंदिर



Credits
Writer(s): Anand Chitragupta Shrivastava, Milind Chitragupta Shrivastava, Manoj Kumar
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