Saajan Re Saajan Kehta Hai Saawan

साजन रे, साजन, कहता है सावन

साजन रे, साजन, कहता है सावन
"बहकी हुई हैं हवाएँ"
सहरे बदन, पागल है मन
कैसे इसे समझाएँ?

साजन रे, साजन, कहता है सावन
साजन रे, साजन...

मदहोश आँखों से काजल चुराया है
क्या-क्या अदाएँ लेके सावन ये आया है

ओ, मदहोश आँखों से काजल चुराया है
क्या-क्या अदाएँ लेके सावन ये आया है

"काजल मेरा ये कैसे चुराया?"
पूछे मेरी ये निगाहें
साजन रे, साजन, कहता है सावन
साजन रे, साजन...

रुत है शरारती, तन्हाइयाँ हैं
बस में कहाँ मेरी अंगड़ाइयाँ हैं

हाँ, रुत है शरारती, तन्हाइयाँ हैं
बस में कहाँ मेरी अंगड़ाइयाँ हैं

अंगड़ाइयाँ ये, तन्हाइयाँ ये
कहती हैं, "आ, डूब जाएँ"
सहरे बदन, पागल है मन
कैसे इसे समझाएँ?

साजन रे, साजन, कहता है सावन
"बहकी हुई हैं हवाएँ"
सहरे बदन, पागल है मन
कैसे इसे समझाएँ?

साजन रे, साजन, कहता है सावन
साजन रे, साजन...



Credits
Writer(s): Nikhil D'souza, Vinay
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