Ranjha Ranjha Karte Karte

एक किनारे राँझा
बीच में सात समंदरों से भी
गहरा आग का दरिया
इस दरिया में मैंने दिल
की कस्ती आज डुबोई

राँझा-राँझा करते-करते, हीर दीवानी होई
ओ, राँझा-राँझा करते-करते, हीर दीवानी होई

आज से मुझको राँझा कहना
हीर ना कहना कोई
राँझा-राँझा करते-करते, हीर दीवानी होई
ओ, राँझा-राँझा करते-करते, हीर दीवानी होई

रब जाने कब दीये जले
रब जाने कब दीये बुझे
रब जाने कब दीये जले
रब जाने कब दीये बुझे

एक ही जैसे लगते हैं
प्यार में अब दिन-रात मुझे
मुझको कोई खबर नहीं
मैं कब जागी, कब सोई

राँझा-राँझा करते-करते, हीर दीवानी होई
ओ, राँझा-राँझा करते-करते, हीर दीवानी होई

उँगली कभी जला ली है
मुंदरी कभी गवाली है
रब जाने शुद्बुध अपनी
मैंने कहाँ रख डाली है

उँगली कभी जला ली है
मुंदरी कभी गवाली है
रब जाने शुद्बुध अपनी

मैंने कहाँ रख डाली है
याद में सोणे साजन के
फिरती हूँ खोई-खोई

राँझा-राँझा करते-करते, हीर दीवानी होई
ओ, राँझा-राँझा करते-करते, हीर दीवानी होई

राझणा, राझणा

मिहडीउ ऐसा लगता है
इस प्यार की आँख मिचौली में
जैसे मुझको मेरे बाबुल ने

बिठा दिया हो डोली में
बैठ के इस डोली में मैं
मत पूछो कितना रोई

राँझा-राँझा करते-करते, हीर दीवानी होई
ओ, राँझा-राँझा करते-करते, हीर दीवानी होई

आज से मुझको राँझा कहना
हीर ना कहना कोई
राँझा-राँझा करते-करते, हीर दीवानी होई
राँझा-राँझा करते-करते, हीर दीवानी होई



Credits
Writer(s): Anand Bakshi, Laxmikant Kudalkar, Pyarelal Sharma
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